Heart Broken Poetry of Iftikhar Mughal

Heart Broken Poetry of Iftikhar Mughal
नामइफ़्तिख़ार मुग़ल
अंग्रेज़ी नामIftikhar Mughal
जन्म की तारीख1961
जन्म स्थानPakistan

तू मुझ से मेरे ज़मानों का पूछती है तो सुन!

सवाद-ए-हिज्र में रक्खा हुआ दिया हूँ मैं

मैं तुम को ख़ुद से जुदा कर के किस तरह देखूँ

तुम्हें भी चाहा, ज़माने से भी वफ़ा की थी

सवाद-ए-हिज्र में रक्खा हुआ दिया हूँ मैं

रुख़्सत-ए-यार का मज़मून ब-मुश्किल बाँधा

रख-रखाव में कोई ख़्वार नहीं होता यार

कोई वजूद है दुनिया में कोई परछाईं

किसी सबब से अगर बोलता नहीं हूँ मैं

जमाल-गाह-ए-तग़ज़्ज़ुल की ताब-ओ-तब तिरी याद

इक ख़ला, एक ला-इंतिहा और मैं

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