इफ़्तिख़ार बुख़ारी कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का इफ़्तिख़ार बुख़ारी
नाम | इफ़्तिख़ार बुख़ारी |
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अंग्रेज़ी नाम | Iftikhar Bukhari |
कविताएं
Ghazal 5
Couplets 1
Love 4
Sad 6
Heart Broken 6
Hope 2
Islamic 1
देशभक्तिपूर्ण 1
बारिश 2
ख्वाब 1
दश्त-ए-बे-सम्त में रुकना भी सफ़र ऐसा था
रात भर दर्द की बरसात में धोई हुई सुब्ह
दश्त-ए-बे-सम्त में रुकना भी सफ़र ऐसा था
भर आईं आँखें किसी भूली याद से शाम के मंज़र में
बे-ख़बर मुझ से मिरे दिल में हमेशा हँसता
बनती है सँवरती है बिखर जाती है दुनिया