Warning: session_start(): open(/var/cpanel/php/sessions/ea-php56/sess_36e9740b338e437ffedf4ab92716db4b, O_RDWR) failed: Disk quota exceeded (122) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1

Warning: session_start(): Failed to read session data: files (path: /var/cpanel/php/sessions/ea-php56) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1
गली-कूचों में हंगामा बपा करना पड़ेगा - इफ़्तिख़ार आरिफ़ कविता - Darsaal

गली-कूचों में हंगामा बपा करना पड़ेगा

गली-कूचों में हंगामा बपा करना पड़ेगा

जो दिल में है अब उस का तज़्किरा करना पड़ेगा

नतीजा कर्बला से मुख़्तलिफ़ हो या वही हो

मदीना छोड़ने का फ़ैसला करना पड़ेगा

वो क्या मंज़िल जहाँ से रास्ते आगे निकल जाएँ

सो अब फिर इक सफ़र का सिलसिला करना पड़ेगा

लहू देने लगी है चश्म-ए-ख़ूँ-बस्ता सो इस बार

भरी आँखों से ख़्वाबों को रिहा करना पड़ेगा

मुबादा क़िस्सा-ए-अहल-ए-जुनूँ ना-गुफ़्ता रह जाए

नए मज़मून का लहजा नया करना पड़ेगा

दरख़्तों पर समर आने से पहले आए थे फूल

फलों के बा'द क्या होगा पता करना पड़ेगा

गँवा बैठे तिरी ख़ातिर हम अपने महर ओ माहताब

बता अब ऐ ज़माने और क्या करना पड़ेगा

(1479) Peoples Rate This

Your Thoughts and Comments

Gali-kuchon Mein Hangama Bapa Karna PaDega In Hindi By Famous Poet Iftikhar Arif. Gali-kuchon Mein Hangama Bapa Karna PaDega is written by Iftikhar Arif. Complete Poem Gali-kuchon Mein Hangama Bapa Karna PaDega in Hindi by Iftikhar Arif. Download free Gali-kuchon Mein Hangama Bapa Karna PaDega Poem for Youth in PDF. Gali-kuchon Mein Hangama Bapa Karna PaDega is a Poem on Inspiration for young students. Share Gali-kuchon Mein Hangama Bapa Karna PaDega with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.