Hope Poetry of Ibrahim Ashk
नाम | इब्राहीम अश्क |
---|---|
अंग्रेज़ी नाम | Ibrahim Ashk |
जन्म की तारीख | 1951 |
थी हौसले की बात ज़माने में ज़िंदगी
कोई तो होगा जिस को मिरा इंतिज़ार है
कोई भरोसा नहीं अब्र के बरसने का
उस की इक दुनिया हूँ मैं और मेरी इक दुनिया है वो
रू-ब-रू उन के कोई हर्फ़ अदा क्या करते
मुझे न देखो मिरे जिस्म का धुआँ देखो
मिशअल-ब-कफ़ कभी तो कभी दिल-ब-दस्त था
मैं कब रहीन-ए-रेग-ए-बयाबान-ए-यास था
करें सलाम उसे तो कोई जवाब न दे
गुलशन में ले के चल किसी सहरा में ले के चल
देखा तो कोई और था सोचा तो कोई और