Heart Broken Poetry of Ibn-e-Safi
नाम | इब्न-ए-सफ़ी |
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अंग्रेज़ी नाम | Ibn-e-Safi |
जन्म की तारीख | 1928 |
मौत की तिथि | 1980 |
जन्म स्थान | Karachi |
किसी की सदा
ज़मीन की कोख ही ज़ख़्मी नहीं अंधेरों से
डूब जाने की लज़्ज़तें मत पूछ
देख कर मेरा दश्त-ए-तन्हाई
बिल-आख़िर थक हार के यारो हम ने भी तस्लीम किया
ज़ेहन से दिल का बार उतरा है
यूँही वाबस्तगी नहीं होती
राह-ए-तलब में कौन किसी का अपने भी बेगाने हैं
छलकती आए कि अपनी तलब से भी कम आए
बड़े ग़ज़ब का है यारो बड़े अज़ाब का ज़ख़्म
आज की रात कटेगी क्यूँ कर साज़ न जाम न तो मेहमान