Baarish Poetry of Ibn E Insha
नाम | इब्न-ए-इंशा |
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अंग्रेज़ी नाम | Ibn E Insha |
जन्म की तारीख | 1927 |
मौत की तिथि | 1978 |
जन्म स्थान | Karachi |
ये बच्चा किस का बच्चा है
पिछले-पहर के सन्नाटे में
कातिक का चाँद
इस बस्ती के इक कूचे में
एक बार कहो तुम मेरी हो
दरवाज़ा खुला रखना
ऐ मिरे सोच-नगर की रानी
सब को दिल के दाग़ दिखाए एक तुझी को दिखा न सके
कल चौदहवीं की रात थी शब भर रहा चर्चा तिरा
'इंशा'-जी है नाम उन्ही का चाहो तो तुम से मिलवाएँ
दिल हिज्र के दर्द से बोझल है अब आन मिलो तो बेहतर हो