Sad Poetry of Husain Taj Rizvi
नाम | हुसैन ताज रिज़वी |
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अंग्रेज़ी नाम | Husain Taj Rizvi |
फिर तिरा शहर तिरी राहगुज़र हो कि न हो
मैं उस की आँख में वो मेरे दिल की सैर में था
माहौल से जैसे कि घुटन होने लगी है
है मेरे गिर्द यक़ीनन कहीं हिसार सा कुछ
ढली जो शाम नज़र से उतर गया सूरज