Hope Poetry of Husain Taj Rizvi
नाम | हुसैन ताज रिज़वी |
---|---|
अंग्रेज़ी नाम | Husain Taj Rizvi |
सुबूत-ए-जुर्म न मिलने का फिर बहाना किया
फिर तिरा शहर तिरी राहगुज़र हो कि न हो
है मेरे गिर्द यक़ीनन कहीं हिसार सा कुछ
नाम | हुसैन ताज रिज़वी |
---|---|
अंग्रेज़ी नाम | Husain Taj Rizvi |
सुबूत-ए-जुर्म न मिलने का फिर बहाना किया
फिर तिरा शहर तिरी राहगुज़र हो कि न हो
है मेरे गिर्द यक़ीनन कहीं हिसार सा कुछ