Sharab Poetry (page 24)
यहाँ से शहर को देखो
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
तुम्हारे हुस्न के नाम
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
तौक़-ओ-दार का मौसम
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
तन्हाई
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
शीशों का मसीहा कोई नहीं
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
शहर-ए-याराँ
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
'सज्जाद-ज़हीर' के नाम
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
सफ़र नामा
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
रंग है दिल का मिरे
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
पास रहो
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
मंज़र
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
लौह-ओ-क़लम
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
लाओ तो क़त्ल-नामा मिरा
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
ख़ुदा वो वक़्त न लाए
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
ख़त्म हुई बारिश-ए-संग
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
जश्न का दिन
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
इक़बाल
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
हम तो मजबूर थे इस दिल से
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
हज़र करो मिरे तन से
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
ग़ुबार-ए-ख़ातिर-ए-महफ़िल ठहर जाए
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
एक शहर-आशोब का आग़ाज़
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
दस्त-ए-तह-ए-संग-आमदा
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
ब्लैक-आउट
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
अश्गाबाद की शाम
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
ऐ हबीब-ए-अम्बर-दस्त!
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
ऐ दिल-ए-बेताब ठहर
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
यूँ सजा चाँद कि झलका तिरे अंदाज़ का रंग
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
यूँ बहार आई है इस बार कि जैसे क़ासिद
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
ये मौसम-ए-गुल गरचे तरब-ख़ेज़ बहुत है
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
यक-ब-यक शोरिश-ए-फ़ुग़ाँ की तरह
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़