Hope Poetry of Hidayatullah Khan Shamsi
नाम | हिदायतुल्लाह ख़ान शम्सी |
---|---|
अंग्रेज़ी नाम | Hidayatullah Khan Shamsi |
तड़प के हाल सुनाया तो आँख भर आई
फिर अँधेरी राह में कोई दिया मिल जाएगा
मिरे शाने पे रहने दो अभी गेसू ज़रा ठहरो
दिल में इक शोर उठाते हैं चले जाते हैं
बहुत कठिन है डगर थोड़ी दूर साथ चलो