Sad Poetry of Hazin Ludhianvi
नाम | हज़ीं लुधियानवी |
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अंग्रेज़ी नाम | Hazin Ludhianvi |
उतरने वाली दुखों की बरात से पहले
उम्र भर बहते हैं ग़म के तुंद-रौ धारों के साथ
सर-ता-ब-क़दम ख़ून का जब ग़ाज़ा लगा है
फिर फ़ज़ा धुँदला गई आसार हैं तूफ़ान के
मिरे रियाज़ का आख़िर असर दिखाई दिया
मवाद कर के फ़राहम चमकती सड़कों से
इस तरह पैकर-ए-वफ़ा हो जाएँ
इस का नहीं है ग़म कोई, जाँ से अगर गुज़र गए
इस का नहीं है ग़म कोई जाँ से अगर गुज़र गए
हज़ीं तुम अपनी कभी वज़्अ भी सँवारोगे
हैरान सारा शहर था जिस की उड़ान पर
दर्द के सीप में पैदा हुई बेदारी सी
आँसू को अपने दीदा-ए-तर से निकालना