Love Poetry of Hazin Ludhianvi
नाम | हज़ीं लुधियानवी |
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अंग्रेज़ी नाम | Hazin Ludhianvi |
तुंदी-ए-सैल-ए-वक़्त में ये भी है कोई ज़िंदगी
नज़र न आई कभी फिर वो गाँव की गोरी
उतरने वाली दुखों की बरात से पहले
उम्र भर बहते हैं ग़म के तुंद-रौ धारों के साथ
सर-ता-ब-क़दम ख़ून का जब ग़ाज़ा लगा है
क़ल्ब को बर्फ़-आश्ना न करो
फिर फ़ज़ा धुँदला गई आसार हैं तूफ़ान के
मिरे कलाम में पेचीदा इस्तिआ'रा नहीं
मवाद कर के फ़राहम चमकती सड़कों से
क्या गुल खिलाए देखिए तपती हुई हवा
इस तरह पैकर-ए-वफ़ा हो जाएँ
इस का नहीं है ग़म कोई, जाँ से अगर गुज़र गए
इस का नहीं है ग़म कोई जाँ से अगर गुज़र गए
दर्द के सीप में पैदा हुई बेदारी सी
आँसू को अपने दीदा-ए-तर से निकालना