Friendship Poetry of Hassan Ahmad Awan
नाम | हस्सान अहमद आवान |
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अंग्रेज़ी नाम | Hassan Ahmad Awan |
सर-ए-दरबार ख़ामोशी तह-ए-दरबार ख़ुशियाँ हैं
दरिया की तरफ़ देख लो इक बार मिरे यार
अश्क की ऐसी फ़रावानी पे रश्क आता है
ऐसे कुछ लोग भी मिट्टी पे उतारे जाएँ