Heart Broken Poetry of Haseeb Soz

Heart Broken Poetry of Haseeb Soz
नामहसीब सोज़
अंग्रेज़ी नामHaseeb Soz
जन्म स्थानBadayun

ये इंतिक़ाम है या एहतिजाज है क्या है

ये बद-नसीबी नहीं है तो और फिर क्या है

दर-ओ-दीवार भी घर के बहुत मायूस थे हम से

ज़रा सी चोट लगी थी कि चलना भूल गए

वो एक रात की गर्दिश में इतना हार गया

शौक़ से आप ये अंग्रेज़ी दवा भी लेते

नज़र न आए हम अहल-ए-नज़र के होते हुए

खुला ये राज़ कि ये ज़िंदगी भी होती है

हमारे ख़्वाब सब ताबीर से बाहर निकल आए

बड़े हिसाब से इज़्ज़त बचानी पड़ती है

अमीर-ए-शहर से मिल कर सज़ाएँ मिलती हैं

हसीब सोज़ Heart Broken Poetry in Hindi - Read famous Heart Broken Shayari, Romantic Ghazals & Sad Poetry written by हसीब सोज़ . Largest collection of Heart Broken Poems, Sad Ghazals including Two Line Sher and SMS by हसीब सोज़ . Share the हसीब सोज़ Heart Broken Potery, Romantic Hindi Ghazals and Sufi Shayari with your friends on whats app, facebook and twitter.