Heart Broken Poetry of Haseeb Soz
नाम | हसीब सोज़ |
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अंग्रेज़ी नाम | Haseeb Soz |
जन्म स्थान | Badayun |
ये इंतिक़ाम है या एहतिजाज है क्या है
ये बद-नसीबी नहीं है तो और फिर क्या है
दर-ओ-दीवार भी घर के बहुत मायूस थे हम से
ज़रा सी चोट लगी थी कि चलना भूल गए
वो एक रात की गर्दिश में इतना हार गया
शौक़ से आप ये अंग्रेज़ी दवा भी लेते
नज़र न आए हम अहल-ए-नज़र के होते हुए
खुला ये राज़ कि ये ज़िंदगी भी होती है
हमारे ख़्वाब सब ताबीर से बाहर निकल आए
बड़े हिसाब से इज़्ज़त बचानी पड़ती है
अमीर-ए-शहर से मिल कर सज़ाएँ मिलती हैं