Warning: session_start(): open(/var/cpanel/php/sessions/ea-php56/sess_46396305f7c10d8ac86042dcd39c00f0, O_RDWR) failed: Disk quota exceeded (122) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1

Warning: session_start(): Failed to read session data: files (path: /var/cpanel/php/sessions/ea-php56) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1
तशवीश - हसन नईम कविता - Darsaal

तशवीश

मुझ को तशवीश है कुछ रोज़ से मेरे महबूब

मेरे अंदाज़-ए-तफ़क्कुर की ये पुर-ख़ार रविश

तेरी हस्सास तबीअत को न कर दे मजरूह

और तू समझे कि नहीं तुझ में वो पहली सी कशिश

अब भी जल्वों में है तख़्लीक़-ए-मोहब्बत की सकत

तिरी बातों में अभी तक है फ़ुसूँ का अंदाज़

आरिज़ ओ लब पे तबस्सुम का ख़िराम-ए-मदहोश

अब भी देता है तख़य्युल को पयाम-ए-परवाज़

फिर भी एहसास-ए-मसर्रत का न हो ज़ेहन को होश

गिन तो सकता हूँ, शब-ए-हिज्र में तारों को मगर

ज़ेहन आवारा ख़यालात से भर जाता है

अश्क-ए-मजबूर बहाऊँ ग़म-ए-जानाँ में मगर

सिलसिला मेरे इन अश्कों का बिखर जाता है

मुझ को तशवीश है कुछ रोज़ से मेरे महबूब

मिरे अंदाज़-ए-तकल्लुम की ये बेगाना-रवी

तेरी हस्सास तबीअत को न कर दे मजरूह

और तस्कीं न हो फिर हुस्न-ए-ख़ुद-आरा को कभी

(900) Peoples Rate This

Your Thoughts and Comments

Tashwish In Hindi By Famous Poet Hasan Nayeem. Tashwish is written by Hasan Nayeem. Complete Poem Tashwish in Hindi by Hasan Nayeem. Download free Tashwish Poem for Youth in PDF. Tashwish is a Poem on Inspiration for young students. Share Tashwish with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.