Friendship Poetry of Hasan Barelvi
नाम | हसन बरेलवी |
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अंग्रेज़ी नाम | Hasan Barelvi |
जन्म की तारीख | 1859 |
मौत की तिथि | 1908 |
जन्म स्थान | Bareilly |
वो मन गए तो वस्ल का होगा मज़ा नसीब
मिल गया दिल निकल गया मतलब
मिरे मरने से तुम को फ़िक्र ऐ दिलदार कैसी है
जल्वे तिरे जो रौनक़-ए-बाज़ार हो गए
जल्वे तिरे जो रौनक़-ए-बाज़ार हो गए
हाल-ए-मर्ग-ए-बे-कसी सुन कर असर कोई न हो
देखे अगर ये गर्मी-ए-बाज़ार आफ़्ताब
छुप गया यार ख़ुद-नुमा हो कर
चश्म-ए-ज़ाहिर से रुख़-ए-यार का पर्दा देखा