हसन आबिदी कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का हसन आबिदी
नाम | हसन आबिदी |
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अंग्रेज़ी नाम | Hasan Abidi |
जन्म की तारीख | 1929 |
मौत की तिथि | 2005 |
जन्म स्थान | Karachi |
याद-ए-याराँ दिल में आई हूक बन कर रह गई
तिश्ना-कामों को यहाँ कौन सुबू देता है
शहर-ए-ना-पुरसाँ में कुछ अपना पता मिलता नहीं
सब उम्मीदें मिरे आशोब-ए-तमन्ना तक थीं
कुछ न कुछ तो होता है इक तिरे न होने से
दुनिया कहाँ थी पास-ए-विरासत के ज़िम्न में
दिल की दहलीज़ पे जब शाम का साया उतरा
अश्कों में पिरो के उस की यादें
ऐ ख़ुदा इंसान की तक़्सीम-दर-तक़्सीम देख
'हबीब-जालिब'
उम्मीद का बाब लिख रहा हूँ
तिश्ना-कामों को यहाँ कौन सुबू देता है
सुब्ह आँख खुलती है एक दिन निकलता है
शहर-ए-ना-पुरसाँ में कुछ अपना पता मिलता नहीं
पल रहे हैं कितने अंदेशे दिलों के दरमियाँ
कौन देखे मेरी शाख़ों के समर टूटे हुए
हम तीरगी में शम्अ जलाए हुए तो हैं
दिल की दहलीज़ पे जब शाम का साया उतरा