Islamic Poetry of Haqeer
नाम | हक़ीर |
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अंग्रेज़ी नाम | Haqeer |
कविताएं
Ghazal 10
Couplets 22
Love 12
Sad 9
Heart Broken 12
Bewafa 3
Hope 5
Friendship 4
Islamic 6
ख्वाब 1
Sharab 3
क्यूँ न का'बे को कहूँ अल्लाह का और बुत का घर
खुली जो आँख मिरी सामना क़ज़ा से हुआ
देखा बग़ौर ऐब से ख़ाली नहीं कोई
ब-ख़ुदा सज्दे करेगा वो बिठा कर बुत को
तिफ़्ली पीरी ओ नौजवानी हेच
दुश्मन हैं वो भी जान के जो हैं हमारे लोग