Hope Poetry of Haqeer
नाम | हक़ीर |
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अंग्रेज़ी नाम | Haqeer |
कविताएं
Ghazal 10
Couplets 22
Love 12
Sad 9
Heart Broken 12
Bewafa 3
Hope 5
Friendship 4
Islamic 6
ख्वाब 1
Sharab 3
चार दिन की बहार है सारी
तिफ़्ली पीरी ओ नौजवानी हेच
ना-तवाँ वो हूँ कि दम भर नहीं बैठा जाता
बहार आई है सदमे से हमारा हाल अबतर है
ऐ यास जो तू दिल में आई सब कुछ हुआ पर कुछ भी न हुआ