''ख़्वाहिश बाज़ू फैलाती है''
उस के बदन की पागल ख़ुशबू
अपने परों पर मुझ को उड़ाए
चारों दिशा की सैर कराए
रात जगाए
दिन सुलगाए
(858) Peoples Rate This
उस के बदन की पागल ख़ुशबू
अपने परों पर मुझ को उड़ाए
चारों दिशा की सैर कराए
रात जगाए
दिन सुलगाए
(858) Peoples Rate This