Ghazals of Hanif Tarin
नाम | हनीफ़ तरीन |
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अंग्रेज़ी नाम | Hanif Tarin |
जन्म की तारीख | 1951 |
जन्म स्थान | Saudi Arabia |
उस के गुलाबी होंट तो रस में बसे लगे
सुलगती याद से ख़ूँ अट न जाए
सिमटती शाम अगर दर्द को जगाएगी
नश्शा करने का बहाना हो गया
किस के ख़याल ने मुझे शोरीदा कर दिया
ख़िज़ाँ में ओढ़ के क़ौल-ओ-क़रार का मौसम
गर्दिश की रक़ाबत से झगड़े के लिए था
एहसास-ए-ना-रसाई से जिस दम उदास था
दिल गिराँ-बारी-ए-वहशत में जिधर जाता है
आँखों पर पलकों का बोझ नहीं होता
आइए आसमाँ की ओर चलें