Sad Poetry of Hamida Shahin
नाम | हमीदा शाहीन |
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अंग्रेज़ी नाम | Hamida Shahin |
जन्म की तारीख | 1963 |
उल्टा चक्कर
तुम्हारे लब पे थी मैं भी
तुलूअ' से पहले
साहिर
रात
प्यास दायरा बनाती है
परदेसी
न जाने कब लिखा जाए
मुझे विर्सा नहीं मिला
लुग़त महदूद है
चोरी की भूक
मलाल ज़र्द-क़बाई को धो रहा होगा
इक जादूगर है आँखों की बस्ती में