Ghazals of Hamid Mukhtar Hamid
नाम | हामिद मुख़्तार हामिद |
---|---|
अंग्रेज़ी नाम | Hamid Mukhtar Hamid |
जन्म स्थान | Khatauli |
तपते सहराओं की सौग़ात लिए बैठा है
पोशीदा अजब ज़ीस्त का इक राज़ है मुझ में
मुझ से ये प्यास का सहरा नहीं देखा जाता
मआल-ए-दिल के लिए आज यूँ ख़ुदी तरसे
एक इंसान हूँ इंसाँ का परस्तार हूँ मैं
चाहे कुछ हो ज़ेर-ए-एहसाँ अपनी नादारी न रख
अपनी तक़दीर का शिकवा नहीं लिख्खा मैं ने