इश्क़ से इज्तिनाब कर लेना
इश्क़ से इज्तिनाब कर लेना
अपनी मिट्टी ख़राब कर लेना
हम ने दुनिया को ख़ूब झेला है
हम से कुछ इकतिसाब कर लेना
बेबसी से नजात मिल जाए
फिर सवाल-ओ-जवाब कर लेना
छोड़ इज़्ज़त-मआब लोगों को
ख़ुद को आली-जनाब कर लेना
कल तुझे कुछ गुनाह करने हैं
आज कार-ए-सवाब कर लेना
इस को भर लेना अपनी आँखों में
इक हक़ीक़त को ख़्वाब कर लेना
क्या कमी है हसीन चेहरों की
फिर नया इंतिख़ाब कर लेना
तुम सर-ए-आम एक दिन 'हामिद'
रूह को बे-नक़ाब कर लेना
हमा-तन-गोश है ये वीरानी
यार 'हामिद' ख़िताब कर लेना
(2176) Peoples Rate This