Love Poetry of Hairat Gondvi
नाम | हैरत गोंडवी |
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अंग्रेज़ी नाम | Hairat Gondvi |
हुस्न है काफ़िर बनाने के लिए
हँस हँस के अपना दामन-ए-रंगीं दिया मुझे
तुझे बातों में लाना चाहता हूँ
मोहब्बत में इंकार कितना हसीं है
हुस्न है काफ़िर बनाने के लिए
हुस्न भी है पनाह में इश्क़ भी है पनाह में
'हैरत' के दिल पे वार किया हाए क्या किया
है इतना ही अब वास्ता ज़िंदगी से
आईना देखता हूँ नज़र आ रहे हो तुम