पी लो दो घूँट कि साक़ी की रहे बात 'हफ़ीज़'
पी लो दो घूँट कि साक़ी की रहे बात 'हफ़ीज़'
साफ़ इंकार से ख़ातिर-शिकनी होती है
(864) Peoples Rate This
पी लो दो घूँट कि साक़ी की रहे बात 'हफ़ीज़'
साफ़ इंकार से ख़ातिर-शिकनी होती है
(864) Peoples Rate This