Coupletss of Hafeez Jaunpuri
नाम | हफ़ीज़ जौनपुरी |
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अंग्रेज़ी नाम | Hafeez Jaunpuri |
जन्म की तारीख | 1865 |
मौत की तिथि | 1918 |
ज़ाहिद शराब-ए-नाब हो या बादा-ए-तुहूर
ज़ाहिद को रट लगी है शराब-ए-तुहूर की
याद आईं उस को देख के अपनी मुसीबतें
उन की यकताई का दावा मिट गया
थे चोर मय-कदे के मस्जिद के रहने वाले
तंदुरुस्ती से तो बेहतर थी मिरी बीमारी
तमसील ओ इस्तिआरा ओ तश्बीह सब दुरुस्त
शब-ए-विसाल लगाया जो उन को सीने से
सच है इस एक पर्दे में छुपते हैं लाख ऐब
क़सम निबाह की खाई थी उम्र भर के लिए
क़ैद में इतना ज़माना हो गया
पी लो दो घूँट कि साक़ी की रहे बात 'हफ़ीज़'
पी कर दो घूँट देख ज़ाहिद
परी थी कोई छलावा थी या जवानी थी
पहुँचे उस को सलाम मेरा
ओ आँख बदल के जाने वाले
मिरी शराब की तौबा पे जा न ऐ वाइज़
मिरे बुत-ख़ाने से हो कर चला जा काबे को ज़ाहिद
लुट गया वो तिरे कूचे में धरा जिस ने क़दम
काफ़िर-ए-इश्क़ को क्या दैर-ओ-हरम से मतलब
कभी मस्जिद में जो वाइज़ का बयाँ सुनता हूँ
काबा के ढाने वाले वो और लोग होंगे
जो काबे से निकले जगह दैर में की
जो दीवानों ने पैमाइश की है मैदान-ए-क़यामत की
जब न था ज़ब्त तो क्यूँ आए अयादत के लिए
जब मिला कोई हसीं जान पर आफ़त आई
इस को समझो न ख़त्त-ए-नफ़्स 'हफ़ीज़'
हसीनों से फ़क़त साहिब-सलामत दूर की अच्छी
हमें याद रखना हमें याद करना
हाल मेरा भी जा-ए-इबरत है