Warning: session_start(): open(/var/cpanel/php/sessions/ea-php56/sess_0d521de3a3ba97b5e5fada2c6e4fd515, O_RDWR) failed: Disk quota exceeded (122) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1

Warning: session_start(): Failed to read session data: files (path: /var/cpanel/php/sessions/ea-php56) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1
उठो अब देर होती है वहाँ चल कर सँवर जाना - हफ़ीज़ जालंधरी कविता - Darsaal

उठो अब देर होती है वहाँ चल कर सँवर जाना

उठो अब देर होती है वहाँ चल कर सँवर जाना

यक़ीनी है घड़ी दो में मरीज़-ए-ग़म का मर जाना

मुझे डर है गुलों के बोझ से मरक़द न दब जाए

उन्हें आदत है जब आना ज़रूर एहसान धर जाना

हबाब आ सामने सब वलवले जोश-ए-जवानी के

ग़ज़ब था क़ुल्ज़ुम-ए-उम्मीद का चढ़ कर उतर जाना

यहाँ जुज़ कश्ती-ए-मौज-ए-बला कुछ भी न पाओगे

इसी के आसरे दरिया-ए-हस्ती से उतर जाना

मबादा फिर असीर-ए-दाम-ए-अक़्ल-ओ-होश हो जाऊँ

जुनूँ का इस तरह अच्छा नहीं हद से गुज़र जाना

'हफ़ीज़' आग़ाज़ से अंजाम तक रहज़न ने पहुँचाया

उसी को हम-सफ़र पाया उसी को हम-सफ़र जाना

(984) Peoples Rate This

Your Thoughts and Comments

UTho Ab Der Hoti Hai Wahan Chal Kar Sanwar Jaana In Hindi By Famous Poet Hafeez Jalandhari. UTho Ab Der Hoti Hai Wahan Chal Kar Sanwar Jaana is written by Hafeez Jalandhari. Complete Poem UTho Ab Der Hoti Hai Wahan Chal Kar Sanwar Jaana in Hindi by Hafeez Jalandhari. Download free UTho Ab Der Hoti Hai Wahan Chal Kar Sanwar Jaana Poem for Youth in PDF. UTho Ab Der Hoti Hai Wahan Chal Kar Sanwar Jaana is a Poem on Inspiration for young students. Share UTho Ab Der Hoti Hai Wahan Chal Kar Sanwar Jaana with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.