उस की तामील कर रहा हूँ मैं
अपनी तकमील कर रहा हूँ मैं
उस से शिकवा किया तो ऐसा लगा
अपनी तज़लील कर रहा हूँ मैं
वो तो कुछ भी बदलने वाला नहीं
ख़ुद को तब्दील कर रहा हूँ मैं
यूँ लगा बारहा वजूद अपना
तुझ में तहलील कर रहा हूँ मैं
देख इस में तिरा है क्या क्या कुछ
ख़ाली ज़म्बील कर रहा हूँ मैं