सूरज के ख़ुदाओं की ये कोर-निगाही है
सूरज के ख़ुदाओं की ये कोर-निगाही है
महलों में उजाला है कुटियों में सियाही है
महसूस ये होता है ये दौर-ए-तबाही है
शीशे की अदालत है पत्थर की गवाही है
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सूरज के ख़ुदाओं की ये कोर-निगाही है
महलों में उजाला है कुटियों में सियाही है
महसूस ये होता है ये दौर-ए-तबाही है
शीशे की अदालत है पत्थर की गवाही है
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