Love Poetry of Habab Tirmizi
नाम | हबाब तिर्मिज़ी |
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अंग्रेज़ी नाम | Habab Tirmizi |
चाहते भी हैं चाहते भी नहीं
तमाम रात बुझेंगे न मेरे घर के चराग़
ख़ुश-नज़र है न ख़ुश-ख़याल है ये
दश्त-ए-ग़म में साया-ए-गेसू न ढूँढ
आज उन्हें देख लिया बज़्म में फ़र्ज़ानों की