Ghazals of Gulzar Vafa Chaudari
नाम | गुलज़ार वफ़ा चौदरी |
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अंग्रेज़ी नाम | Gulzar Vafa Chaudari |
उड़ना तो बहुत उड़ना अफ़्लाक पे जा रहना
तेज़ हवाओ अब डरना घबराना कैसा
तारे हमारी ख़ाक में बिखरे पड़े रहे
पुराने पेड़ को मौसम नई क़बाएँ दे
मुंतशिर हो कर रहे ये ऐसा शीराज़ा न था
कौन सी मंज़िल है जो बे-ख़्वाब आँखों में नहीं
एक मैं हूँ और लाख मसाइल ख़ुदा गवाह
धूल न बनना आईनों पर बार न होना
बोसीदा इमारात को मिस्मार किया है