Hope Poetry of Gulam Yahya Huzur Azimabadi
नाम | ग़ुलाम यहया हुज़ूर अज़ीमाबादी |
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अंग्रेज़ी नाम | Gulam Yahya Huzur Azimabadi |
बहार इस धूम से आई गई उम्मीद जीने की
आज़ुर्दा कुछ हैं शायद वर्ना हुज़ूर मुझ से
ये दिल ही जल्वा-गाह है उस ख़ुश-ख़िराम का
उस शोख़ से क्या कीजिए इज़्हार-ए-तमन्ना
महज़ूँ न हो 'हुज़ूर' अब आता है यार अपना
जो यूँ आप बैरून-ए-दर जाएँगे
जहाँ में कहाँ बाहम उल्फ़त रही है
जब से गया है वो मिरा ईमान-ए-ज़िंदगी