Warning: session_start(): open(/var/cpanel/php/sessions/ea-php56/sess_264d2389bfb6d9d481f9a6ecfb76e3c5, O_RDWR) failed: Disk quota exceeded (122) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1

Warning: session_start(): Failed to read session data: files (path: /var/cpanel/php/sessions/ea-php56) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1
उस शोख़ से क्या कीजिए इज़्हार-ए-तमन्ना - ग़ुलाम यहया हुज़ूर अज़ीमाबादी कविता - Darsaal

उस शोख़ से क्या कीजिए इज़्हार-ए-तमन्ना

उस शोख़ से क्या कीजिए इज़्हार-ए-तमन्ना

ये लोग कोई सुनते हैं गुफ़्तार-ए-तमन्ना

इक आरज़ू सब ले गए साथ अपने जहाँ से

अंजाम किसू से न हुआ कार-ए-तमन्ना

ये ख़ूबी-ए-क़िस्मत कि मिले बाग़-ए-जहाँ से

सब को गुल-ए-उमीद ओ हमें ख़ार-ए-तमन्ना

हसरत से भरा दिल मिरे पहलू में नहीं है

फिरता हूँ बग़ल में लिए तूमार-ए-तमन्ना

पहलू को मिरे बाग़ किया इश्क़ ने तेरे

ज़ख़्मों से मिरा दिल हुआ गुलज़ार-ए-तमन्ना

मुर्दों से 'हुज़ूर' हो न सके मिन्नत-ए-दूना

सर जाए पर उन से न उठे बार-ए-तमन्ना

(774) Peoples Rate This

Your Thoughts and Comments

Us ShoKH Se Kya Kijiye Izhaar-e-tamanna In Hindi By Famous Poet Gulam Yahya Huzur Azimabadi. Us ShoKH Se Kya Kijiye Izhaar-e-tamanna is written by Gulam Yahya Huzur Azimabadi. Complete Poem Us ShoKH Se Kya Kijiye Izhaar-e-tamanna in Hindi by Gulam Yahya Huzur Azimabadi. Download free Us ShoKH Se Kya Kijiye Izhaar-e-tamanna Poem for Youth in PDF. Us ShoKH Se Kya Kijiye Izhaar-e-tamanna is a Poem on Inspiration for young students. Share Us ShoKH Se Kya Kijiye Izhaar-e-tamanna with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.