Love Poetry of Gulam Jilani Asghar

Love Poetry of Gulam Jilani Asghar
नामगुलाम जीलानी असग़र
अंग्रेज़ी नामGulam Jilani Asghar

तू सरहद-ए-ख़याल से आगे गुज़र गया

तू अंग अंग में ख़ुश्बू सी बन गया होगा

मिले भी दोस्त तो इस तर्ज़-ए-बे-दिली से मिले

मौज-ए-सरसर की तरह दिल से गुज़र जाओगे

कुछ तुम्हारी अंजुमन में ऐसे दीवाने भी थे

हमारा उन का तअ'ल्लुक़ जो रस्म-ओ-राह का था

अब के बाज़ार में ये तुर्फ़ा तमाशा देखा

गुलाम जीलानी असग़र Love Poetry in Hindi - Read famous Love Shayari, Romantic Ghazals & Sad Poetry written by गुलाम जीलानी असग़र. Largest collection of Love Poems, Sad Ghazals including Two Line Sher and SMS by गुलाम जीलानी असग़र. Share the गुलाम जीलानी असग़र Love Potery, Romantic Hindi Ghazals and Sufi Shayari with your friends on whats app, facebook and twitter.