Islamic Poetry of Goya Faqir Mohammad
नाम | गोया फ़क़ीर मोहम्मद |
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अंग्रेज़ी नाम | Goya Faqir Mohammad |
जन्म की तारीख | 1784 |
मौत की तिथि | 1850 |
ज़ाहिदो क़ुदरत-ए-ख़ुदा देखो
गया है कूचा-ए-काकुल में अब दिल
तुम वफ़ा का एवज़ जफ़ा समझे
क़त्ल उश्शाक़ किया करते हैं
नीम बिस्मिल की क्या अदा है ये
नज़्ज़ारा-ए-रुख़-ए-साक़ी से मुझ को मस्ती है
मुँह ढाँप के मैं जो रो रहा हूँ
क्यूँकर न ख़ुश हो सर मिरा लटक्का के दार में
किस क़दर मुझ को ना-तवानी है
हसरत ऐ जाँ शब-ए-जुदाई है
दुआएँ माँगीं हैं मुद्दतों तक झुका के सर हाथ उठा उठा कर
भूला है बा'द-ए-मर्ग मुझे दोस्त याँ तलक
अपना हर उज़्व चश्म-ए-बीना है