Ghazals of Amn Lakhnvi
नाम | अम्न लख़नवी |
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अंग्रेज़ी नाम | Amn Lakhnvi |
ये मय-कश कौन बा-सद लग़्ज़िश-ए-मस्ताना आता है
उमीदें तो वाबस्ता हैं अब्र-ए-तर से
शौक़-ए-सवाब कुछ नहीं ख़ौफ़-ए-अज़ाब कुछ नहीं
कोई हद भी है आख़िर इम्तिहाँ की
कहा झुँझला के अहल-ए-क़ाफ़िला से एक रहबर ने