अम्न लख़नवी कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का अम्न लख़नवी
नाम | अम्न लख़नवी |
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अंग्रेज़ी नाम | Amn Lakhnvi |
ज़िंदगी इक सवाल है जिस का जवाब मौत है
ज़मीं पर हैं वो कुछ मिट्टी के पुतले
ज़माने की कशाकश का दिया पैहम पता मुझ को
ज़बान ओ दहन से जो खुलते नहीं हैं
तुम्हारी बज़्म भी क्या बज़्म है आदाब हैं कैसे
मुकम्मल दास्ताँ का इख़्तिसार इतना ही काफ़ी है
कहानी अपनी अपनी अहल-ए-महफ़िल जब सुनाते हैं
ये मय-कश कौन बा-सद लग़्ज़िश-ए-मस्ताना आता है
उमीदें तो वाबस्ता हैं अब्र-ए-तर से
शौक़-ए-सवाब कुछ नहीं ख़ौफ़-ए-अज़ाब कुछ नहीं
कोई हद भी है आख़िर इम्तिहाँ की
कहा झुँझला के अहल-ए-क़ाफ़िला से एक रहबर ने