Warning: session_start(): open(/var/cpanel/php/sessions/ea-php56/sess_4cb9d17d4eb575c9faa3e4f2d86b34b1, O_RDWR) failed: Disk quota exceeded (122) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1

Warning: session_start(): Failed to read session data: files (path: /var/cpanel/php/sessions/ea-php56) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1
रंगीनी-ए-हवस का वफ़ा नाम रख दिया - गोपाल मित्तल कविता - Darsaal

रंगीनी-ए-हवस का वफ़ा नाम रख दिया

रंगीनी-ए-हवस का वफ़ा नाम रख दिया

ख़ुद्दारी-ए-वफ़ा का जफ़ा नाम रख दिया

इंसान की जो बात समझ में न आ सकी

इंसाँ ने उस का हक़ की रज़ा नाम रख दिया

ख़ुद-ग़र्ज़ियों के साए में पाती है परवरिश

उल्फ़त को जिस का सिद्क़ ओ सफ़ा नाम रख दिया

बे-मेहरी-ए-हबीब का मुश्किल था ए'तिराफ़

यारों ने उस का नाज़ ओ अदा नाम रख दिया

फ़ितरत में आदमी की है मुबहम सा एक ख़ौफ़

उस ख़ौफ़ का किसी ने ख़ुदा नाम रख दिया

ये रूह क्या है जिस्म का अक्स-ए-लतीफ़ है

ये और बात है कि जुदा नाम रख दिया

मुफ़लिस को अहल-ए-ज़र ने भी क्या किया दिए फ़रेब

अपनी जफ़ा का हुक्म-ए-ख़ुदा नाम रख दिया

(885) Peoples Rate This

Your Thoughts and Comments

Rangini-e-hawas Ka Wafa Nam Rakh Diya In Hindi By Famous Poet Gopal Mittal. Rangini-e-hawas Ka Wafa Nam Rakh Diya is written by Gopal Mittal. Complete Poem Rangini-e-hawas Ka Wafa Nam Rakh Diya in Hindi by Gopal Mittal. Download free Rangini-e-hawas Ka Wafa Nam Rakh Diya Poem for Youth in PDF. Rangini-e-hawas Ka Wafa Nam Rakh Diya is a Poem on Inspiration for young students. Share Rangini-e-hawas Ka Wafa Nam Rakh Diya with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.