Friendship Poetry of Ghulam Murtaza Rahi
नाम | ग़ुलाम मुर्तज़ा राही |
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अंग्रेज़ी नाम | Ghulam Murtaza Rahi |
जन्म की तारीख | 1937 |
कविताएं
Ghazal 31
Couplets 47
Love 14
Sad 21
Heart Broken 29
Hope 12
Friendship 3
Islamic 1
Sufi 2
ख्वाब 8
यारों ने मेरी राह में दीवार खींच कर
पस्त-ओ-बुलंद में जो तुझे रिश्ता चाहिए
नहीं है बहर-ओ-बर में ऐसा मेरे यार कोई