Sharab Poetry of Ghulam Mohammad Qasir
नाम | ग़ुलाम मोहम्मद क़ासिर |
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अंग्रेज़ी नाम | Ghulam Mohammad Qasir |
जन्म की तारीख | 1941 |
मौत की तिथि | 1999 |
जन्म स्थान | Peshawar |
कविताएं
Ghazal 43
Nazam 8
Couplets 40
Love 49
Sad 33
Heart Broken 50
Bewafa 1
Hope 30
Friendship 5
Islamic 5
Social 3
बारिश 6
ख्वाब 22
Sharab 6
तुम यूँ ही नाराज़ हुए हो वर्ना मय-ख़ाने का पता
शौक़ बरहना-पा चलता था और रस्ते पथरीले थे
फिर तो इस बे-नाम सफ़र में कुछ भी न अपने पास रहा
नज़र नज़र में अदा-ए-जमाल रखते थे
ख़्वाब कहाँ से टूटा है ताबीर से पूछते हैं
बग़ैर उस के अब आराम भी नहीं आता