Warning: session_start(): open(/var/cpanel/php/sessions/ea-php56/sess_553bcfe465056e0c2b55a81138e96d08, O_RDWR) failed: Disk quota exceeded (122) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1

Warning: session_start(): Failed to read session data: files (path: /var/cpanel/php/sessions/ea-php56) in /home/dars/public_html/helper/cn.php on line 1
Ghulam Maula Qalaq Islamic In Hindi - Best Islamic Of Ghulam Maula Qalaq Poetry Collection In Hindi - Darsaal

Islamic Poetry of Ghulam Maula Qalaq

Islamic Poetry of Ghulam Maula Qalaq
नामग़ुलाम मौला क़लक़
अंग्रेज़ी नामGhulam Maula Qalaq

पड़ा है दैर-ओ-काबा में ये कैसा ग़ुल ख़ुदा जाने

क्यूँकर न आस्तीं में छुपा कर पढ़ें नमाज़

ख़ुदा से डरते तो ख़ौफ़-ए-ख़ुदा न करते हम

जबीन-ए-पारसा को देख कर ईमाँ लरज़ता है

तेरे वादे का इख़्तिताम नहीं

राज़-ए-दिल दोस्त को सुना बैठे

पी भी ऐ माया-ए-शबाब शराब

कोई कैसा ही साबित हो तबीअ'त आ ही जाती है

ख़ुशी में भी नवा-संज-ए-फ़ुग़ाँ हूँ

ख़ुद देख ख़ुदी को ओ ख़ुद-आरा

कहिए क्या और फ़ैसले की बात

जौहर-ए-आसमाँ से क्या न हुआ

हर अदावत की इब्तिदा है इश्क़

ऐ सितम-आज़मा जफ़ा कब तक

ऐ ख़ार ख़ार-ए-हसरत क्या क्या फ़िगार हैं हम

ग़ुलाम मौला क़लक़ Islamic Poetry in Hindi - Read famous Islamic Shayari, Romantic Ghazals & Sad Poetry written by ग़ुलाम मौला क़लक़. Largest collection of Islamic Poems, Sad Ghazals including Two Line Sher and SMS by ग़ुलाम मौला क़लक़. Share the ग़ुलाम मौला क़लक़ Islamic Potery, Romantic Hindi Ghazals and Sufi Shayari with your friends on whats app, facebook and twitter.