जबीन-ए-पारसा को देख कर ईमाँ लरज़ता है
जबीन-ए-पारसा को देख कर ईमाँ लरज़ता है
मआ'ज़-अल्लाह कि क्या अंजाम है इस पारसाई का
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जबीन-ए-पारसा को देख कर ईमाँ लरज़ता है
मआ'ज़-अल्लाह कि क्या अंजाम है इस पारसाई का
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