Sad Poetry of Ghazanfar
नाम | ग़ज़नफ़र |
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अंग्रेज़ी नाम | Ghazanfar |
नए आदमी का कंफ़ेशन
महा-भारत
यक़ीन जानिए इस में कोई करामत है
तारीकी में नूर का मंज़र सूरज में शब देखोगे
सामान-ए-ऐश सारा हमें यूँ तू दे गया
सजा के ज़ेहन में कितने ही ख़्वाब सोए थे
ख़ला के दश्त से अब रिश्ता अपना क़त्अ करूँ
दर्द की कौन सी मंज़िल से गुज़रते होंगे
अजीब शख़्स है पहले मुझे हँसाता है