अदम से हस्ती में जब हम आए न कोई हमदर्द साथ लाए
अदम से हस्ती में जब हम आए न कोई हमदर्द साथ लाए
जो अपने थे वो हुए पराए अब आसरा है तो बेकसी का
(631) Peoples Rate This
अदम से हस्ती में जब हम आए न कोई हमदर्द साथ लाए
जो अपने थे वो हुए पराए अब आसरा है तो बेकसी का
(631) Peoples Rate This