मौत

क्या हर मौत के लिए ज़रूरी होती हैं

रुकी हुई साँसें पथराई आँखें चार कंधे

और घर से शमशान तक की आख़िरी दुनिया-दारी

कभी कभी मौत की निशानी होतीं है

उम्र से ज़्यादा समझदारी वाली बातें

हमेशा हँसने वाले चेहरे

और कभी ना लड़ने वाली मोहब्बतें

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Maut In Hindi By Famous Poet Geetanjali Rai. Maut is written by Geetanjali Rai. Complete Poem Maut in Hindi by Geetanjali Rai. Download free Maut Poem for Youth in PDF. Maut is a Poem on Inspiration for young students. Share Maut with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.