Ghazals of Gauhar Hoshiyarpuri
नाम | गौहर होशियारपुरी |
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अंग्रेज़ी नाम | Gauhar Hoshiyarpuri |
जन्म की तारीख | 1930 |
मौत की तिथि | 2000 |
ये सहरा-ए-तलब या बेशा-ए-आशुफ़्ता-हाली है
यहाँ कौन इस के सिवा रह गया
उजले मैले पेश हुए
शाइरी बात नहीं गर्म-ए-सुख़न होने की
सर पर कोई आसमान रख दे
समन-बरों से चमन दौलत-ए-नुमू माँगे
मता-ए-इश्क़ ज़रा और सर्फ़-ए-नाज़ तो हो
मरहला तय कोई बे-मिन्नत-ए-जादा भी तो हो
मैं ख़ुद ही ख़ूगर-ए-ख़लिश-ए-जुस्तुजू न था
कैसे डूबा डूब गया
जाती रुत से प्यार करोगे
हाँ काहिश-ए-फ़ुज़ूल का हासिल भी कुछ नहीं
है जो भी जज़ा सज़ा अता हो
इक साया-ए-शाम याद आया
दुखी दिलों में, दुखी साथियों में रहते थे
दिल तमाम आईने तीरा कौन रौशन कौन
दिल सिलसिला-ए-शौक़ की तश्हीर भी चाहे
दिल सिलसिला-ए-शौक़ की तश्हीर भी चाहे
दरिया में ये नाव किस तरफ़ है
बंदों का मिज़ाज हम ने देखा
अपना दुखड़ा कहते हैं