फ़िराक़ जलालपुरी कविता, ग़ज़ल तथा कविताओं का फ़िराक़ जलालपुरी
नाम | फ़िराक़ जलालपुरी |
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अंग्रेज़ी नाम | Firaq Jalalpuri |
तू इधर उधर की न बात कर ये बता कि क़ाफ़िला क्यूँ लुटा
अभी कुछ और हम को तोहमतों के ज़हर पीने हैं
तमाम अजनबी चेहरे सजे हैं चारों तरफ़
बड़ा ग़ुरूर है पल भर की नेक-नामी का
अभी निकलो न घर से तंग आ के