Love Poetry of Fazl Tabish
नाम | फ़ज़्ल ताबिश |
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अंग्रेज़ी नाम | Fazl Tabish |
जन्म की तारीख | 1933 |
मौत की तिथि | 1995 |
जन्म स्थान | Bhopal |
न कर शुमार कि हर शय गिनी नहीं जाती
एक नज़्म
एक नज़्म
उसे मालूम है मैं सर-फिरा हूँ
न कर शुमार कि हर शय गिनी नहीं जाती
मिलों के शहर में घटता हुआ दिन सोचता होगा
मैं उस के ख़्वाब में कब जा के देख पाया हूँ
कली कली का बदन फोड़ कर जो निकला है
हर इक दरवाज़ा मुझ पर बंद होता