ये दिल माँगे मोर

पिछले दो तीन साल से अक्सर

घर में इक इश्तिहार देखता हूँ

जिस में लिखा है

ये जो हैं तीन लफ़्ज़ अंग्रेज़ी

आज तक ये समझ में आ न सका

हैं ख़ुदा के लिए कि मेरे लिए

मैं तो मफ़्हूम उन का पा न सका

क्या ख़ुदा देखता है ज़ी टी वी

रोज़ जब रात घर पहुँचता हूँ

सूनी जेबों को मैं टटोलता हूँ

मेरी बीवी की आँखें पूछती हैं

आज भी ज़िंदगी ने कम ही दिया

लो तुम्हारी ये नींद की गोली

इक नई नज़्म कह के सो जाओ

(884) Peoples Rate This

Your Thoughts and Comments

Ye Dil Mange Mor In Hindi By Famous Poet Fay Seen Ejaz. Ye Dil Mange Mor is written by Fay Seen Ejaz. Complete Poem Ye Dil Mange Mor in Hindi by Fay Seen Ejaz. Download free Ye Dil Mange Mor Poem for Youth in PDF. Ye Dil Mange Mor is a Poem on Inspiration for young students. Share Ye Dil Mange Mor with your friends on Twitter, Whatsapp and Facebook.